RBI ने हाल ही में गोल्ड लोन के लिए नई Guidelines जारी की हैं। अब गोल्ड लोन लेना पहले से ज्यादा आसान और सुरक्षित हो गया है। गोल्ड लोन आमतौर पर एक तेज़ लोन प्रक्रिया है जिसमें कम समय में आपको राशि मिल जाती है, ताकि आप अपने जरूरी कार्य समय पर कर सकें।
इन नई गाइडलाइंस का उद्देश्य बैंकों के लिए रिस्क कम करना और छोटे गोल्ड लोन को आसानी से उपलब्ध करवाना है। आइए स्टेप-बाय-स्टेप अपडेटेड नियम और डॉक्यूमेंटेशन आवश्यकताएं जानें।
1) LTV (Loan-to-Value) लिमिट
पहले बैंक में गोल्ड की वैल्यूएशन के आधार पर 75% LTV होती थी।
अब:₹
₹5.00 लाख से ऊपर 75% LTV2.50 लाख तक के छोटे लोन पर 85% LTV₹2.50 लाख से ₹5.00 लाख तक 80% LTV
2) क्रेडिट अप्रेज़ल आवश्यकताएं
₹2.50 लाख तक के लोन के लिए Credit Appraisal या आय प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं।बड़े लोन में क्रेडिट अप्रेज़ल अनिवार्य है।
3) मान्य कोलेट्रल
4) गोल्ड प्यूरीटी और वैल्यूएशन
गोल्ड की purity और weight (gross और net) को मानकीकृत किया जाएगा।
22 कैरेट से कम गोल्ड को 22 कैरेट के equivalent में एडजस्ट करके वैल्यू निकाली जाएगी।
20 कैरेट और 22 कैरेट गोल्ड के रेट अलग-अलग होते हैं और उसी आधार पर वैल्यू तय होती है।
5) लोन अवधि और रिपेमेंट
Bullet Loan: Principal और Interest एक साथ चुकाना, अवधि अधिकतम 12 महीने।
लोन रिन्यूअल या Top-up तभी मिलेगा जब लोन Standard स्थिति में हो।
बड़े लोन में अवधि बढ़ सकती है, जो लोन अमाउंट पर निर्भर करेगी।
6) कोलेट्रल रिटर्न और नीलामी प्रक्रिया
लोन पूरा चुकाने पर कोलेट्रल 7 कामकाजी दिनों में वापस।
Default होने पर पहले नोटिस मिलेगा, फिर Public Notice जारी होगी।
नीलामी में रिज़र्व प्राइस वर्तमान गोल्ड मार्केट रेट के आधार पर तय होगा।
नीलामी से प्राप्त राशि से लोन का बकाया और ब्याज काटकर शेष राशि कर्जदार को दी जाएगी।
7) रिस्क मैनेजमेंट और रिपोर्टिंग
लेंडिंग संस्थानों को Single Borrower Limit और Sector Limit बनाए रखना ज़रूरी।
महिला के नाम पर ₹1 लाख तक का गोल्ड लोन Priority Loan माना जाएगा, अन्यथा यह Non-Priority Loan रहेगा।
- गोल्ड लोन Secured Loan में आता है लेकिन बैंक के लिए यह प्राथमिकता लोन नहीं होता।
Gold Loan Documentation
KYC
आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी
एड्रेस प्रूफ: बिजली या गैस बिल (अधिकतम 3 महीने पुराना), बैंक पासबुक, रेंट एग्रीमेंट
आय प्रमाण (यदि लागू)
Salaried: पिछले 3 महीने की सैलरी स्लिप, ITR/फॉर्म 16 (पिछले 2 साल)
Self-employed: GST रिटर्न, बैंक स्टेटमेंट, ITR, बैलेंस शीट (अच्छा बैंकिंग व्यवहार होने पर कम डॉक्यूमेंटेशन)
Collateral Requirements
गोल्ड की ownership स्पष्ट होनी चाहिए।
ज्वेलरी, बिस्किट, कॉइन की वैल्यूएशन RBI मानकों के अनुसार होगी।
प्यूरीटी टेस्ट ऑन-साइट या Tie-up लैब से किया जाएगा।
गोल्ड बिस्किट पर कुछ बैंक लोन नहीं देते।
निष्कर्ष
RBI की नई गाइडलाइंस के बाद ₹2.50 लाख तक का गोल्ड लोन लेना आसान और तेज़ हो गया है। बड़े लोन के लिए भी डॉक्यूमेंटेशन अब साफ और संरचित है, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित बनती है।
अधिक जानकारी के लिए RBI की official website देखें।
https://www.khabarbaataapki.com/2025/10/cibli-credit-score.html
https://www.khabarbaataapki.com/2025/10/10.html
https://www.khabarbaataapki.com/2025/10/500-rbi-guidlines.html
https://www.khabarbaataapki.com/2025/10/blog-post_25.html








